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सरस व आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के तत्वाधान में हमने सामाजिक-राष्ट्रीय हितों से जुड़े विषयों को आवाज देने व सतह पर लाने के उद्देश्य से एक लेखन प्रतियोगिता के आयोजन का निर्णय लिया है।
सरस: एक परिचय-
सरस (Society for Advancement of Research in Arts and Science: SARAS) आईआईटी दिल्ली के छात्रों द्वारा वरिष्ठ प्राध्यापकों के संरक्षण में प्रारम्भ किया गया एक प्रयास है जो कि समाज के स्तर को शिक्षा तकनीक व जागरूकता के द्वारा नए आयाम देने के लिए समर्पित है। आईआईटी में सरस अपने प्रयासों द्वारा ऐसी तकनीक विकसित करने के लिए संकल्पित है जो समाज के गरीब वर्ग ग्रामीण क्षेत्रों के जीवन को एक नयी दिशा दे सके।
उद्देश्य-
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य देश समाज के विभिन्न ऐसे छुए अनछुए विषयों को आम नागरिकों के विचारों व शब्दों द्वारा सतह पर लाना है जिससे देश के विभिन्न भागों से विभिन्न स्तरों पर समाज के विभिन्न पहलुओं, विशेषकर ग्रामीण भारत की परिस्थितियों व समस्याओं, को अधिकतम संभव विस्तृत व स्पष्ट दृष्टि से समझा जा सके व भविष्य में हम उन परिस्थितियों व समस्याओं को सुलझाने के लिए कार्य कर सकें।
प्रतियोगिता का स्वरूप-
प्रतियोगिता में लेखकों की प्रविष्टियों को प्रारम्भ तिथि से अन्तिम तिथि तक के बींच ऑनलाइन स्वीकारा जाएगा। प्राप्त प्रविष्टियों में से 20 लेखों को उनकी गुणवत्ता व उत्कृष्टता के आधार पर चयनित किया जाएगा। इन 20 लेखों का पुनर्समीक्षण करके वरिष्ठ लेखकों व विद्वानों द्वारा अंतिम तीन, प्रथम द्वितीय व तृतीय, विजेताओं की घोषणा की जाएगी। अंतिम तीन विजेताओं को क्रमानुसार विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा साथ ही सभी 20 चयनित लेखकों को सराहनीय लेखन के लिए संस्था की ओर से प्रमाणपत्र दिया जाएगा। विजेताओं को पुरस्कार आईआईटी दिल्ली में समारोह में आईआईटी दिल्ली के प्राध्यापकों, विशिष्ट अतिथियों व सरस परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में दिया जाएगा।
लेख भेजने का का समय-
प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियाँ 1 जुलाई 2012 से 15 सितम्बर 2012 तक स्वीकार की जाएंगी। 20 चयनित प्रविष्टियों व अन्तिम विजेताओं की सूचना प्रतिभागियों को ई-मेल अथवा फोन द्वारा दी जाएगी।
शीघ्र ही इस संदर्भ की सूचना कुछ प्रमुख समाचार पत्रों में भी प्रकाशित की जाएगी।
आवश्यक नियम व निर्देश-
1- यह प्रतियोगिता आम नागरिकों व लेखकों के लिए है, इसमें पत्रकारों (Journalists) व व्यवसायिक लेखकों (Professional Writers) की प्रविष्टियाँ स्वीकार्य नहीं होंगी। ग्रामीण स्तर के पत्रकार अपवाद रहेंगे।
2- एक लेखक अधिकतम तीन प्रविष्टियाँ ही भेज सकता है व लेख हिन्दी भाषा में ही होने चाहिए।
3- लेख मुख्यतः समाज के विभिन्न वर्गों व ग्रामीण भारत की आर्थिक सामाजिक पर्यावर्णिक अथवा अन्य किसी भी प्रकार की समस्याओं व उनके समाधान पर केन्द्रित होना चाहिए। इन मानकों के अन्तर्गत विषय व शीर्षक लेखक अपनी इच्छानुसार चयनित कर सकते हैं।
4- गाँव-समाज की समस्याओं से हटकर लेखक ऐसे विषय भी चुन सकते हैं जो किसी क्षेत्र अथवा समाज की किसी आदर्श व्यवस्था, सामाजिक अथवा व्यक्तिगत स्तर पर किए गए समाजोपयोगी कार्य या क्रान्ति, सामाजिक हित में किए गए संघर्ष अथवा परिवर्तन से संबन्धित हो।
5- लेख की विषयवस्तु नयी व मौलिक होनी चाहिए न कि किसी पुस्तक अथवा किसी अन्य की रचना/कार्य पर आधारित। लेख में तथ्य, आंकड़े व दृष्टांत आदि कहीं से भी ले सकते हैं किन्तु स्रोत का उल्लेख नैतिकता व प्रामाणिकता को लेकर अपेक्षित रहेगा।
6- लेख विभिन्न सामाजिक परिस्थितियों व समस्याओं के लिए उत्तरदायी राजनैतिक विफलताओं अथवा ढांचागत समस्याओं पर अवश्य केन्द्रित हो सकते है परन्तु राजनैतिक लेख प्रतियोगिता के लिए योग्य नहीं होंगे।
7- व्यक्तिगत आस्थाओं पर चोट करती प्रविष्टियाँ स्वीकार्य नहीं होंगी।
8- प्रतियोगिता में कविता आदि पद्य रचनाओं को भी निमंत्रण है किन्तु रचनाएँ निर्दिष्ट विषय से ही संबन्धित होनी चाहिए। काव्य प्रविष्टियों पर विचार में काव्य व साहित्य से जुड़े विद्वानों की भी विशेष भूमिका रहेगी अतः रचनाओं से काव्य के मूलभूत गुणों नियमों के अनुसार होने की अपेक्षा होगी।
9- लेख पूर्णतयः मौलिक व अप्रकाशित होना चाहिए।
10- लेखों का चयन लेखों की विषयवस्तु, भाषाशैली, लेखनशैली, मौलिकता व नवीनता के आधार पर किया जाएगा।
11- अपने लेखों को आप article.competition@sarasparivar.org पर भेजें तथा प्रत्येक लेख के अंत में अपना नाम, ई-मेल आईडी व फोन नंबर अवश्य लिखें।
12- किसी भी वाद-विवाद की स्थिति में निर्णय समिति का निर्णय अन्तिम, सर्वमान्य व किसी भी प्रकार की चुनौती से परे होगा।
13- और अधिक जानकारी के लिए अथवा किसी विशेष प्रश्न के लिए नीचे दिये सम्पर्क सूत्र पर आप सम्पर्क कर सकते हैं।
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email- query@sarasparivar.org
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