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कौन है ये अनु टंडन….?

राकेश मिश्र कानपुर
राकेश मिश्र कानपुर
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साभार : भड़ास4 मीडिया

कांग्रेसी सांसद अनु टंडन को लेकर एक पोस्ट आजकल खूब चर्चा में है. इसे सोशल मीडिया से लेकर वेब ब्लाग पर खूब दौड़ाया जा रहा है, फारवर्ड किया जा रहा है, शेयर किया जा रहा है, एक दूसरे को पढ़ाया जा रहा है. इस पोस्ट में कई चौकाने वाली बातें हैं. हालांकि पोस्ट में इसके लेखक का नाम व परिचय कहीं नहीं है, इसलिए पोस्ट को लेकर शक होता है. फिर अगर आरोप लगाए गए हैं तो ये तो वे झूठे होंगे या गलत. ऐसे में जरूरी है कि अनु टंडन और कांग्रेस इन आरोपों को लेकर सफाई देकर मामले का सच झूठ सामने ले आएं. अनु टंडन से संबंधित पोस्ट का यहां प्रकाशन इसलिए किया जा रहा है ताकि संबंधित लोग संज्ञान लेकर इसकी सच्चाई सामने ले आएं. -एडिटर, भड़ास4मीडिया

‘जानिए कौन है ये अनु टंडन’ शीर्षक से प्रकाशित एक पोस्ट को लेकर एफबी, मेल और ब्लाग पर चर्चा तेज

जानिए कौन है ये अनु टंडन

इनके पति संदीप टंडन की रहस्यमय ढंग से स्विट्जरलैंड में मौत क्यों हुई? सिर्फ बीएससी पास अनु को मुकेश अंबानी ने आठ हजार करोड़ की पूजी लगाकर एक सोफ्टवेयर कम्पनी मोटेक क्यों दे दिया? आखिर लगातार घाटे के बावजूद भी मुकेश अंबानी इस कम्पनी को क्यों चलाते रहे? संदीप टंडन जिस कम्पनी के छापा मारे उसकी कम्पनी के निदेशक कैसे बन गये? फिर वो मुंबई के बजाय जयूरिख क्यों रहते थे? देश की जनता इन सवालों का जबाब गाँधी खानदान से चाहती है ..

१- आखिर अनु टंडन जिसने सिर्फ दो दिन पहले ही कांग्रेस ज्वाइन किया उसे राहुल गाँधी ने सांसद का टिकट क्यों दिया? और अगर टिकट दिया तो उन्नाव में राहुल गाँधी ने अनु को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर क्यों लगाया?

२- रिलायंस ग्रुप पर छापा मारने वाले संदीप टंडन के इशारे पर पूरी केंद्र सरकार और गाँधी परिवार क्यों उनके कदमो में गिर जाता था? आखिर संदीप टंडन ने मुकेश अंबानी के ठिकानों और एचएसबीसी बैंक पर छापे के दौरान ऐसे कौन कौन से दस्तावेज बरामद किये जिससे गाँधी परिवार संदीप टंडन के इशारे पर नाचता रहा?

३- आखिर संदीप टंडन की स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में हुई रहस्यमय मौत की जाँच क्यों नही हुई? एक कांग्रेसी सांसद और उपर से राहुल गाँधी की कोर कमेटी की मेंबर अनु टंडन के पति की रहस्यमय मौत पर केंद्र सरकार और कांग्रेस खामोश क्यों?

४- आखिर संदीप टंडन साल में आठ महीने स्विट्जरलैंड में क्यों रहते थे? उन्होंने वहां घर भी ले रखा था, जब वो रिलायंस में निदेशक के पद पर थे तब वो अपने ऑफिस में रहने के बजाय स्विटजरलैंड में क्यों रहते थे?

५- छुट्टियाँ मनाने के बहाने बार बार राहुल गाँधी, राबर्ट बढेरा और खुद सोनिया गाँधी बार बार संदीप टंडन के पास ज़्यूरिख स्विटजरलैंड क्यों जाते थे?

६-स्विट्जरलैंड स्थित भारतीय दूतावास आनन फानन में संदीप टंडन के शव को भारत क्यों भेज दिया? जब उनकी मौत प्राकृतिक नही थी तब उनके शव का पोस्टमार्टम क्यों नही किया गया?

जब लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने उन्नाव से अनु टंडन को टिकट दिया तब यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष और उन्नाव जिले के कांग्रेस अध्यक्ष तक को नहीं मालूम था की ये अनु टंडन कौन हैं। राहुल गाँधी ने यूपी कांग्रेस के पदाधिकारियो से कहा कि ये अनु टंडन हर हाल में जीतनी चाहिए, इसके लिए कुछ भी करना पड़े।

शाहरुख़ खान, सलमान खान से लेकर रवीना, कैटरीना आदि बालीवुड के सैकड़ों सितारे उन्नाव में अनु टंडन के प्रचार के लिए आये। अनु टंडन के पति संदीप टंडन इंडियन रेवेन्यू सर्विस के अधिकारी थे.. ये उस टीम में शामिल थे जिस टीम ने रिलायंस ग्रुप पर छापा मारा था. फिर मजे की बात ये है कि छापे के कुछ महीनों के बाद ही नाटकीय ढंग से ये सरकारी नौकरी छोड़कर रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल हो गये, जबकि ये गलत था।

और तो और इनकी पत्नी अनु टंडन जो सिर्फ बीएससी (बायो) पास थीं और जिनके पास कोई अनुभव तक नहीं था. उनको मुकेश अंबानी ने अपनी सोफ्टवेयर कम्पनी मोतेफ़ का सर्वेसर्वा बना दिया. आखिर क्यों ?

असल में संदीप टंडन ने छापे के दौरान कई ऐसे कागजात और सुबूत बरामद किये थे जिससे पता चलता था कि गाँधी खानदान के कालेधन को मुकेश अंबानी सफेद कर रहे हैं. असल में अमेरिका और भारत सहित कई देशों में स्विस बैंकों के खिलाफ गुस्सा फैला है और स्विस सरकार अमेरिका, जर्मनी सहित कई देशों से संधि कर चुकी है कि वो अपने यहाँ जमा कालेधन का ब्यौरा देगी. इससे गाँधी खानदान ने अपने कालेधन को निकालकर मुकेश अंबानी को देकर उसे सफेद करने में जुट गया.

देश की कई एजेंसियों को भनक लगी कि मुकेश अंबानी हवाला के माध्यम से दुबई से कालाधन अपनी कम्पनी में कमीशन लेकर सफेद कर रहे हैं तो डीआरआई ने मुकेश अम्बानी के ठिकानों पर अचानक छापा मारा जिसका नेतृत्व संदीप टंडन कर रहे थे. फिर मुकेश अंबानी और गाँधी परिवार ने मुंहमांगी कीमत देकर संदीप टंडन को ही खरीद लिया.

सोचिये एक बड़ा सरकारी अधिकारी जिस कम्पनी पर छापा मारता है वो सिर्फ चंद महीने के बाद उसकी कम्पनी का निदेशक कैसे बन जाता है? केंद्र सरकार ने संदीप टंडन की वीआरएस की अर्जी तुरंत ही मंजूर कैसे कर ली? संदीप टंडन की रहस्यमय हालात में मौत की खबर जिन जिन वेबसाइट पर थी उन साइटों को केंद्र सरकार ने किसके आदेश से ब्लॉक कर दिया? सोचिये जिस महिला को राजनीती का एक दिन का भी अनुभव न हो उसे राहुल गाँधी अपनी कोर ग्रुप की सबसे अहम सदस्य कैसे बना सकते हैं? आखिर इसके पीछे क्या राज है?

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